Sunday, January 25, 2009

..एक बार मुस्कुरा दो

चाहो तो मेरी दोस्ती का इम्तिहान ले लो,
फिर भी ना माने दिल, तो मेरी जान ले लो..
रहते हो आप ही मेरे ख्यालों-ख्वाबों में,
ना हो अगर यकीन तो, ईमान ले लो...

गर आप हो लो साथ तो खुद को भुला दूं मैं,
मेरी जो भी पहचान है, पहचान ले लो..
इक बार मुस्कुरा दो तो फिर बात बन जाए,
बदले में मुझसे सारा जहान ले लो...
आपका
परम

3 comments:

संगीता पुरी said...

बहुत अच्‍छी रचना.....आप सबों को गणतंत्र दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं।

मोहन वशिष्‍ठ said...

बेहतरीन रचना

गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

NiKHiL AnAnD said...

बहुत खूब / मज़ा आ गया सर पढ़ कर /